अध्‍यापकों और अभिभावकों के लिए

आवश्‍यकता

बच्‍चों में पढ़ने के प्रति दिलचस्पी पैदा करने में अभिभावक और अध्‍यापक एक अहम भूमिका निभाते हैं। यह पन्ना अध्‍यापकों और अभिभावकों दोनों के लिए बहुत उपयोगी है। यह उनकी घर और स्‍कूल में बच्चों की शुरूआती पढ़ने की प्रक्रिया में मदद करेगा। इसमें विभिन्‍न प्रकार की जानकारी और सुझाव दिए गए हैं जिससे विशेष आवश्‍यकता वाले बच्चों सहित सभी बच्‍चों को शुरूआती दौर में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहन मिलेगा।

बरखा : एक पठन शृंखला ‘सभी के लिए’ का परिचय

यह शृंखला मूल बरखा शृंखला का रूपांतरित संस्‍करण (adapted version) है जिसमें चार स्तर और पाँच विषयवस्तुओं के अंतर्गत चालीस पुस्तिकाएँ हैं। यह ऐसी सामग्री उपलब्ध कराने की एक कोशिश है जिसमें समावेशी शिक्षा के तहत सभी बच्चों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए कुछ अतिरिक्त विशेषताएं शामिल की गई हैं। इस डिजीटल संस्करण में हर कहानी की शुरूआत में वीडियो फार्मेट में ‘कहानी का परिचय’ का परिचय दिया गया है, जो छात्र/छात्राओं में उत्सुकता बढ़ाने और पढ़ने की प्रक्रिया को मज़ेदार बनने में मददगार होगा। यह वीडियो संकेत भाषा में भी दिया गया है। हर पेज पर मुख्य आकृतियों को हाइ-रेजोल्यूशन में दिया गया है, जिससे कहानी की महत्वपूर्ण घटना पर ध्यान केन्द्रित करने में मदद मिलेगी, हर कहानी में पाठ और पृष्ठभूमि तीन रंगों में दी गई है ताकि छात्र/छात्राएं अपनी प्राथमिकता और आवश्यकता के अनुसार विषयवस्तु देख सकें। कुछ अन्य विशेषताएँ भी शामिल की गई हैं जैसे- कठिन शब्दों के लिए चित्र खिड़की के रूप में फ्लैशकार्ड, वाक्य की शुरूआत और अंत की ओर संकेत करने के लिए लाल और हरा बिंदु, पेज के चारों ओर काला बॉर्डर ताकि पाठ और दृश्यों की ओर ध्यान केन्द्रित किया जा सके, अगले और पिछले पेज पर जाने के लिए तीर का निशान, जिससे बच्चों को पेज पलटने में आसानी हो। पुस्तकमाला की पैकेजिंग भी इसी के अनुकूल है। चालीस कहानियों की पुस्तक के आवरण पृष्ठ पुस्तक शेल्फ में दिखाए गए है जिसपर कहानियों के शीर्षक दिए गए हैं ताकि बच्चे कहानी का चुनाव अपनी इच्छा से कर सकें। इस रूपांतरित संस्करण का उद्देश्य पाठकों को बहु-संवेदी (multi-sensory) अनुभव प्रदान करना है। बरखा : एक पठन शृंखला ‘सभी के लिए’ प्रिंट वर्जन में भी उपलब्ध है।

शृंखला के पहले स्‍तर के बारे में

शृंखला के पहले स्‍तर में ‘भोजन’ विषय के अंतर्गत दो कहानियाँ हैं- “मीठे-मीठे गुलगुले” और “फूली रोटी”। इस विषयवस्तु में दी गई कहानियों के मुख्‍य पात्र है– जमाल और मदन। यह विषय बच्‍चों में खाने के प्रति रुचि और नई-नई खाद्य वस्‍तुएँ बनाने की इच्‍छा पर आधारित है। यह कहानी जमाल के बारे में है, जो अपनी माँ के साथ आटा गूँथने की कोशिश कर रहा है।

कहानी पढ़ना

अध्‍यापक और अभिभावक बच्‍चों को कहानी पढ़ने के लिए प्रोत्‍साहित कर सकते हैं। कहानी पढ़ने की प्रक्रिया को बच्‍चों के लिए अर्थपूर्ण और मज़ेदार बनाने के लिए कुछ अभ्‍यास सुझाए गए हैं। कहानी में आने वाले नए शब्‍दों और अवधारणाओं का भी उल्लेख किया गया है जो कहानी को पढ़कर समझने में मदद करेगा।